उनका नशा है कि छुटता नहींकदम हैं कि रुक कर उठते नहींन उन्होंने हमें यूँ मुड के देखान हमनी कभी संभल कर चलना सीखाराह तकते उनकी झरोखों में दिए जलाया करते हैंभूलकर कि हवा के झोंकों से दिए नहीं जला करतेखून कि रोशनाई बना कर लफ्ज लिखे थे ख़त मेंकि तूफ़ान में वोह लफ्ज भी …
Month: January 2010
If you ever thoughtI was never there for youThen it’s more probableFor you to be walkingWith a head highLooking up at the skyIf you ever would have setYour eyes on the groundYou always would have meClearing thorns from your wayI have always been thereAlways for youJust been there on the way Mayank