Month: July 2011

जिंदगी

गुनगुनाती सी कुछ यूँ आई मेरे सपनो मेंउसकी वो चहल कर गई घर इस दिल मेंसोचते हैं कि गर वो चली गयी जिंदगी सेकिन मायूस लम्हों से गुज़रेगी बेराग जिंदगी कि उसके ख्वाबों खयालों में खेली ये जिंदगीबिन उसके बीते यूँ इसके उदास पल राहे तन्हाई मेंतकल्लुफ बड़े उठाये यूँ बेपनाह मोहब्बत करकि हमें सिला …