मेरा देश

तकनिकी रूप में प्रगतिशील है मेरा देश
फिर भी विचारात्मक रूप से गरीब है
आज विश्व में द्वितीय सबसे बड़ा है ये
फिर भी गरीबों से भरा है मेरा देश

कमी नहीं है धन और धान्य की यहाँ
किन्तु जमाखोरों की तिजोरी में भरा है
हैं बहुत सी संपत्ति, धरोहर मेरे देश की
किन्तु अन्य देशों में जमा है सब

कमी नहीं है शास्त्र ज्ञान की मेरे देश में
किन्तु आज भी पढ़े लिखे गंवारों से भरा है ये
प्रगतिशील हैं नौजवान यहाँ के
फिर  भी बेरोजगारों से भरा है मेरा देश

अन्नपूर्णा को पूजते हैं लोग यहाँ के
फिर भी भुखमरी से मरते हैं वो
कमी नहीं है भोजन की यहाँ पे
बहुत व्यर्थ फेंका जाता है कूड़ेदानों में

पूजते हैं कन्या को देवी की तरह
फिर भी भ्रूण ह्त्या की शिकार है वो
लक्ष्मी का ओहदा देते हैं पत्नी को यहाँ
फिर भी पैरों की जूती समझते हैं उसको

तकनिकी रूप में प्रगतिशील है मेरा देश
फिर भी विचारात्मक रूप से गरीब है
बड़े प्रगतिशील नेता हैं यहाँ के
पांच साल में देश की धरोहर से जो …..
……………………अपने घर भर लेते हैं!!

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