इबादत

दिल में ले कर फ़रियाद हम तेरी
राह पर निकल पड़े हैं खुदा की
दर पर उसके टेक के माथा
इबादत में मांगेंगे तेरी खुशियाँ
दुआ है अब तो ये मौला से
कि मान ले अब वो आरज़ू तेरी
बहुत जद्दोजहद की तुने जिंदगी में 
अब तो अमन की जिंदगी दे मौला तुझको
फ़रियाद तेरी इबादत बनकर
पहुंचा दूंगा आज में खुदा तक
गुज़ारिश करूँगा खुदा से 
झुक के सामने उसके दरबार में
कि खुशियाँ तुझे लौटा दे अब
ना देर करे वो अब 
तेरे चमन में आने दे वो बहार
ना होने दे तेरी तमन्नाओं को बेज़ार
बहुत हो चुकी रुसवा तू जिंदगी से
अब जिंदगी से हंस दो बातें कर
कि राह पर निकल पड़े हैं हम खुदा की
करेंगे दुआ उससे तेरी खुशियों की
टेक माथा करेंगे ये इबादत
की दे खुशियाँ ता उम्र तुझे ना दे और गम
दिल में ले कर फ़रियाद हम तेरी
राह पर निकल पड़े हैं खुदा की

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