राह पर साथ मेरे बन तू हमराही
हाथ थाम तू बन मेरी माही
बन हमकदम तू चल साथ मेरे
बन हमराज़ तू चल साथ मेरे
बहुत हुआ जीवन में जीना अकेले
जीवन के पलों में हँसना अकेले
थाम तू मेरा हाथ तू चल साथ मेरे
बसा मेरा नया संसार जीवन में मेरे
चाहूँ मैं अब जीना संग तेरे
चाहूँ अब तू ही ये जीवन सँवारे
है खोई कहाँ तू इस संसार
चाहूँ तेरी छवि जो बसे मेरे ह्रदय में
बैठ अकेले अब तकता हूँ राह तेरी
कब आएगी तू जीवनसंगिनी बनने मेरी
चाहूँ देखना तुझे बस अब जीवन भर
संग तेरे करना चाहूँ मैं ये जीवन बसर||