कुछ लोग जो खुद को खुदा मानते हैं
औरो को कुछ कम आंकते हैं
उन लोगों की क्या बात करें
जो धरती के सीने पर बोझ हैं
कहीं कुछ बोलते हैं कहीं हैं कुछ करते
सारी ज़िंदगी बस खुद की हैं सोचते
जानते नहीं क्या खुदा है
खुद को खुदा मानते हैं
दुनिया में सबके आगे
बस अपना ही गान गाते हैं
सोचते हैं सच वही है
जो केवल वो जानते हैं
ना जीना उनको आया कभी
ना मौत है उनकी चैन की
फिर भी जीते हैं कुछ ऐसे
जैसे खुदको खुदा मानते हैं
कुछ लोग जो खुद को खुदा मानते हैं
औरो को कुछ कम आंकते हैं
उन लोगों की क्या बात करें
जो खुद अपने पर ही बोझ हैं||