जीवन के हर पल मैं गहराइयों में उतर जाता हूँ
तेरी बाहों में अपनी दुनिया बनाये जाता हूँ
तू पास रहती है तब तुझमें खो जाता हूँ
दूर तू जब होती है, और तेरा हो जाता हूँ
हस पल जीवन का मैं तेरा बन रहता हूँ
तेरे टेसुओं में अपनी दुनिया सजाता हूँ
पास रहती है तब तेरे दिल की आवाज़ सुनता हूँ
दूर जब होती है, तेरे दिल की आवाज़ बन जाता हूँ
तेरे नैनों की गहराइंयो में जीवन बिताये जाता हूँ
तेरे साँसों की खुशबु को जीवन खुशबु बनाये जाता हूँ
पास जब होती है तब तुझमें खो जाता हूँ
दूर जब जाती है, तेरी यादों में खो जाता हूँ
हर पर जीवन के, मैं तेरा हुआ जाता हूँ
जितना तुझे जानता हूँ, उतना तेरे हुए जाता हूँ
तेरी बाहों में अपनी दुनिया बनाये जाता हूँ
हर पल जीवन के, तेरे दिल की आवाज़ बन जिए जाता हूँ||