देखूं जब भी चेहरा तेरा दिखे मुझे प्यार तेरा हो चाहे फिर सांझ सवेरा दिखे मुझे सिर्फ प्यार तेरा लट यूँ उलझी लटके सर पर जैसे हो मेरे राग की दुल्हन आँखों से छलके बूर तेरा देख पढूं में इश्क का कलमा देखूं जब भी चेहरा तेरा ना रहे मुझे होंश जरा फिर हो चाहे …
Month: August 2013
गम से मेरा नाता बहुत पुराना हैकि ग़मों ने मेरा साथ कभी छोड़ा नहींकि गम के सहारे मैं जीता आया हूँकि शराब के प्याले में भी गम पीता आया हूँनहीं मुझे कोई गिला ग़मों की दुनिया सेकि है ग़मों से मेरा रिश्ता आदम के जमाने से||
जीवन की डगर पर हमराह तो बहुत मिले जीवन की इस डगर पर अंत तक का साथ ना मिला मिले बहुतेरे जग में हर किसी की थी अपनी राह इस डगर पर साथ मेरे ना बना कोई हमसफ़र जीवन संध्या के पल पर तुम मिले तो कुछ आस बंधी कि जीवन डगर पर हमें भी …
देख रहा मैं इस दुनिया का दस्तूर बैगैरत कर हमें प्यार अपना जताते हैं रुसवा हमारे इश्क को कर इज़हार-ऐ-मोहब्बत करते हैं मार कर हमारी इंसानियत को खुदा का दर्ज़ा देते हैं देख रहा हूँ मैं दुनिया के दस्तूर कि बैगैरत कर इश्क जताते हैं तोहमत मेरे प्यार पर लगाईं बेपर्दा मुझे हर बार किया …
बैठ मदिरालय मैं अज्ञानी मैं कर रहा ज्ञान वर्धन इतने ज्ञानी यहाँ मिले हैं नहीं ज्ञान को बंधन दो घूँट मदिरा के उतार हलक से कर रहा मैं क्रीडा आज जान वर्धन करना है उठाया है मैंने ये बीड़ा जीवन की घनघोर घटा से जिस असमंजस में घिरा ज्ञान अर्जन कर उस घटा से आज …
वक़्त गुजार दिया तेरे इंतज़ार में एक फासला तय किया तेरे इंतज़ार में खड़े हैं आज हम सिफार की कगार पर कि खत्म नहीं होता आलम-ऐ-इंतज़ार समां सा बंधता नज़र आता है फिर एक स्याह रात ढलती है दिन ये भी गुजर जाएंगे तेरे इंतज़ार में मंजीलें तय कर चुके ज़िन्दगी हुई बेज़ार इश्क हुआ …
Clouds have covered the Sky but my eyes are Dry I wanna cry, but my eyes are dry Its raining out there Its water all over but my eyes are dry I wanna cry, but why I don’t cry Rain’s splashing the ground hard Clouds are opening their spell but my eyes are dry Tears …
आज पीकर भी इतनी जीवन हालाबूँद नहीं छूटी ना टूटी अश्रुमालाउठा आज मैं पी गया विष का प्यालाफिर भी अटूट है है जीवन मालाप्रताड़ना से भी नहीं रहा अछूताअज्ञानी से बन गया मैं ज्ञान का दाताफिर भी अटूट है मेरी ये अश्रुमालाजीवन हाला से भरा है आज मेरा प्यालापीकर भी उसे अटूट है जीवन की …
ज़िन्दगी जो दी है हाथो में तेरे थाम डोर इसकी बना इसको खुशनुमा कि दर्द हमनें बहुत सहे अब तक अब तेरे साथ ज़िन्दगी जीने की चाह है दर्द-ऐ-दिल है की हर वक़्त तड़पाता है एक तेरा साथ है जो दिल को सहलाता है थाम डोर ज़िंदगी की हाथों में अपने माहौल एक खुशनुमा बना …