Month: April 2015

मरता है तो मरने दो

वो मरता है तो मरने दो  नेता हैं तो क्षमा मांग लेंगे  उसके मरने से उनको क्या  वो तो सत्ता के नाम मरता है  फांसी वो लगाये, चाहे खाए विष  नेताओं को उससे क्या लेना है  सत्ता के गलियारों में  बस दो चार पल उसपर बोलना है  किसान हो वो, या किसी का पिता  इससे नेताओं का क्या …