Poems - Hindi चैना By Mayank Trivedi on Thursday, March 16, 2017 अजहुँ ना आये चैना, काहे बीती ये रैना बलम मोरे कहाँ खोये, सूनी बीती ये रैना बोले पपीहरा, नाचे मयूर, कैसे बिताऊं मैं रैना हाय सुनी सुनी बिताऊं मैं कैसे ये रैना Previous Post Next Post Related Posts Abstract Poems Poems Poems - Hindi Poetry डियर ज़िन्दगी Poem - Hindi Poems - Hindi कभी आइये मेरे गाँव में Hindi-Bhajan Poem - Hindi Poems - Hindi इष्ट को नमन