Month: June 2020

कविताओं की शरण

हमने तो अकेलेपन में अपना जीवन पाया हैकभी धूप कभी छाँव तो कभी बरसात को अपनाया हैअपने हृदय के उद्गार को शब्दों में पिरोकरअपनी लेखनी से कविताओं में बसाया हैकभी किसी उद्गार से विवश होने की जगहउसे अपने जीवन की ढाल बनाया हैमिले राह में पथिक बहुत ऐसे भीजिन्होंने हमारे इस प्रकरण को लजाया हैफिर …