ज़िंदगी की राहों में
कभी हँसी, कभी आहों में
हर पल एक नया मोड़ है
कभी धूप, कभी छाँव है
चलते जाना है निरंतर
मंज़िल के राही बनकर
कभी गिरना, कभी संभलना
अपने सपनों को फिर से पाना।
आशाओं का दीप जलाकर
हर मुश्किल को मात देकर
सच्चाई की डोर पकड़कर
आगे बढ़ते रहना, थककर।
ये सफर है, ये कहानी है
ज़िंदगी की बस यही रवानी है।