आज के नेताओं का धर्म क्या है
किसकी वो करते हैं पूजा
कभी हुई ऐसी जिज्ञासा
कभी उठा है कोई ऐसा प्रश्न
गौर करोगे तो जानोगे उनकी जात
राजनितिक अभिलाषा है उनका धर्म
करते हैं वो सत्ता की पूजा
नहीं पैसे से बढ़कर उनके लिए कोई दूजा
कोई बड़ा नहीं कोई छोटा नहीं
उनके लिए सर्व धर्म तुच्छ हैं
जिस राह पर वो चलते हैं
राजनीति है उसका मर्म
विष धर्मनिरपेक्षता का फैलाते हैं
कर अधर्म एवं जातिवाद की राजनीति
कसौटी क्या है उनके धर्म की
वाही आज की है सबसे बड़ी अनीति
फैला अराजकता का द्वंद्व
बैठ सकते हैं अपनी ही रोटी
जनता की हो चाहे बोटी बोटी
चलते हैं ये धर्म की राजनीति॥
Comments
ब्लॉग बुलेटिन की आज की बुलेटिन, अनोखी सज़ा – ब्लॉग बुलेटिन , मे आपकी पोस्ट को भी शामिल किया गया है … सादर आभार !