Few Lines Written to Oppose the Female Foeticide…..They may sound a bit haphazard, but they are the feelings that make me respect Women and Support the Cause to be Against Female Foeticide.
अम्बा, अम्बे, अम्बालिके
गौरी, सती, पार्वती
महालक्ष्मी, सरस्वती, सावित्री
ये सभी भी तो हैं देव स्वरुप स्त्री
इनकी जब करते पूजा
क्यों करते इनके रूप की भ्रूण ह्त्या
सत्य के इस तथ्य को मानो
स्त्री के हर रूप को पहचानो
बिन स्त्री है पुरुष अधूरा
बिन स्त्री नहीं उसका अस्तित्व पूरा||
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नारी है जननी,
नारी ही भगिनी,
नारी है भार्या,
नारी ही पुत्री
बिन उनके ना है पुरुष का अस्तित्व
ना ही उसका पुरुषत्व