संसद के गलियारे

संसद में धक्का-मुक्की का हुआ है खेल
लोकसभा में हो रहा इसका मेल
राहुल ने रचाया सारा तमाशा
देखो कांग्रेस की हताशा

नेता जी बोले, “यह क्या हुआ?
जनता ने यह दिन क्यों देखा हुआ?”
लगा जैसे हुआ कोई संग्राम
भेजना पड़ा निरीक्षक को टेलीग्राम


राहुल बोला, “मैं तो था बस खड़ा
लोकतंत्र को कर रहा था बड़ा”
यदि कोई गिरा, लगी उसको चोट
इसको मैने कर लिया है नोट

सत्ता पक्ष ने खूब किया वार
बोले, “यह तो है नौटंकी का प्रकार”
विपक्ष ने भी बजाई तालियां
बोले, “ये हैं लोकतंत्र की डालियां”

आखिर संसद का क्या है काम?
विचारों का हो बस एक संग्राम
धक्का मुक्की, नाटक भारी
जनता की परवाह किसने सारी?

लोकतंत्र की है यह तस्वीर
नेता बने हैं कुर्सी के वीर
राहुल तनिक ध्यान से चल
अन्यथा सांसद ना रहोगे अगले पल

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *