कासे कहूँ मैं अपनी विपदा कासे कहूँ मैं अपनी पीड़ा ममत्व तो ममत्व है कासे कहूँ मैं उसका महत्व माँ से मैं जुड़ा हूँ भावों में माँ से में करता हूँ अपनी बातें कासे समझाऊं तोहे मैं माँ से है मेरा अपना नाता का कहूँ तोसे मैं अपनी व्यथा ना तोहे समझनी ये गाथा माँ …
पिया तोसे कैसे कहूँ, मोरा जियरा धडका जाए मोरा तन मन में जागी तोरे प्रेम की अगन कैसे कहूँ तोसे की ना जा बय्याँ छोड़, जियरा धडका जाए परदेस जो चले तुम संग हमें भी ले चलना बिन तोरे लागे सूना मोहे ये घर ये अंगना जिया में मोरे बस तोरी बसी है आस ना …
रजनी तोरे आँचल में जो चांदनी खीली लगे जैसे मोहे मोरी सजनी मिली आवन से तोरे उसके आवन का होए आभास जैसे अम्बर में हो चाँद का प्रकास रजनी तोरे आवन से सजनी का जोवन भरा रजनी तोरे आवन से सजनी का साथ मिला कहें तोसे का कि तोरे रूप में हमका हमरे जीवन भर …
आज मन माँ ना दर्शन जोवे छे रे माँ ना दर्शन जोवे छे माँ रे दर्शन माटे आ मन होवे रे रे माँ ना दर्शन माटे आ मन होवे माँ ना दर्शन नी धुन मने लागी रे रे धुन मने लागी माँ ना दर्शन सुख में आ मन तडप्यो जे माँ रे दर हूँ चाल्यो …
म्हारा हिवडा में आई ने बसी गया जो आज अणि जगत में खोवई गया याद तो आवे जियो जर जर जावे पण दर्शन वा रा होवे कोनी प्रार्थना करूँ में ईश्वर ती सलामती मांगू मैं वणारी खुशिया लुट जाए तो लुट जाए म्हारी वाने खुशी डीजे जगत री सारी आँखां में चमक दीजे ना दीजे …
करत करत अभ्यास के जड़मति होत सुजानरसरी आवत जात ही सील पर होत निसान पर हमरन नेता को देखा बाकितना का कोसिस करे बाउनका ना कबहूँ ज्ञान मिलेना उनका कबहूँ समझ आवेजभइ देखो उनका लगे पैसा दाबनेजभइ देखो उनका लगे बिदेश भ्रमण करनेलोगन को खाने को दाना नहीं हैउनका खाने तो पैसा चाहीलोगन को पीने …
घणी राह देखी आपरी घणी बाट जोईकटे ढूँढू असो जग जो आपे फरमाईना असो जग कठे मलिए ना आप पधारोअरे म्हारा भाई सा अठे यो रूप ना धारो एक आप म्हारी फरमाइश सुनता जाजोजो जग मा जी ना लागे आपरो आजसोजो भावे ना आपरे मिजाज दोस्तां रोएक बार, बस एक बार म्हारे घर आवजो चोखट …