इज़हार-ऐ-इश्तियाक

तरन्नुम-ऐ-गुजारिश है तन्हाई सेकि राहगुज़र को एक लम्हा आसरा देउल्फत-ऐ-इश्क से आया है बेआसराइसको अपनी जुल्फों का साया दे अन्ज-ऐ-इज्तिराब से बेआबरू हो चला हैआब-ऐ-तल्ख़ से प्याला इसका भरा हैइत्तिहाम बेवफाई का ओढ़ ये गरीबआज दर पे तेरे बेआसरा खडा है कहता है मुझसे की राज़-ऐ-दिल किससे कहूँकि अब भी मेरा सामान सौदाई के पास …

काफिर

हमारे अरमानों का जो क़त्ल किये जाते थे हमारी मोहब्बत को जो अब्तर किये जाते थे आब-ऐ-चश्म हमें जो पिलाए जाते थेऐ खुदा हमें आज वो काफिर कहते हैं आशियाना जो दिल को बनाया चाहते थेहमारे  खून-ऐ- रोश्नाए से कलाम लिखा चाहते थेअज़ाब में हमारे जो अश्किया बने से रहते थे अख्ज़ वो हैं जो …

जीवन नवरस

जीवन  नवरस को गूंथ कविता का एक प्रयास – रणक्षेत्र में जा वीर बना मैं  देखा द्वेष का रूप वीभत्समौत का देख रोद्र तांडवपीड़ा से हुआ ह्रदय करुणहास्य से होकर विमुखभक्ति का अपनाया रुखअदभुत अनुभूति हुई तबश्रृंगार से मिला वात्सल्य सुख जब

Gods of War

Gods of War looming aroundThe world standing still on its groundWhy is human race so profoundWhy is hatred spread all around Why is mankind living to hateWhy they don’t open their heart’s gateWhy do we realize only when it’s too lateWhere did love disappear in all this hate Where is the peace hiding from usWhere …

आसिम-ऐ-इख्लास

इश्क-ऐ-वफ़ा से वो रूबरू ना हुए कभीऔर हमसे माने वफ़ा के पूछे जाते हैंरूह से अपनी किसी को चाह ना सके वोऔर हमसे मोहब्बत के माने पूछे जाते हैं एतबार वो खुद का ना कर सके ता उम्रऔर हमें माने एतबार के समझाए जाते हैंतसव्वुर-ऐ-दर्द हमारा ना सुन सके कभीऔर हमसे ही अपनी तकलीफ बयाँ …

तेरी बद्दुआ और मेरी दुआ

तुम कहे जाते हो हमें दगाबाज़तुम कहे जाते हो हमें बेदर्दकहाँ का ये इन्साफ है कहो ज़राकि तुम्हारी नज़र का ना हो ये धोखा कहा गर तुमने हमें बेवफातो सिला है ये तुम्हारी ही मोहब्बत काकहा गर तुमने हमें बेगैरततो जान-ऐ-हुस्ना है ये तेरी ही बद्दुआ जाना है गर तुझे अपनी मंजिल की औरतो ले …