आज के दौर में हर किसी को बहुत कुछ पाने कि चाह है और इस चाह में उन्हें अपनों का ध्यान नहीं, ना ही उनके पास वक़्त है अपनो के लिए| इस कविता में कवी ने उसे बड़े ही नायब तरीके से ज़ाहिर किया है| ये कविता किसने लिखी ये मुझे इल्म तो नहीं, लेकिन …
उनका नशा है कि छुटता नहींकदम हैं कि रुक कर उठते नहींन उन्होंने हमें यूँ मुड के देखान हमनी कभी संभल कर चलना सीखाराह तकते उनकी झरोखों में दिए जलाया करते हैंभूलकर कि हवा के झोंकों से दिए नहीं जला करतेखून कि रोशनाई बना कर लफ्ज लिखे थे ख़त मेंकि तूफ़ान में वोह लफ्ज भी …
If you ever thoughtI was never there for youThen it’s more probableFor you to be walkingWith a head highLooking up at the skyIf you ever would have setYour eyes on the groundYou always would have meClearing thorns from your wayI have always been thereAlways for youJust been there on the way Mayank
शत शत नमन है उस वीर कोजीवन जिसने अपना बलिदान कियामातृभूमि के सम्मान मेंसर्वस्व अपना त्याग दियानिडर निर्भीक हो करशत्रु पर उसने वार कियाविजय की और अग्रसर होइसी सोच का आलाप कियाशत शत नमन है उस वीर कोमातृभूमि की रक्षा मेंजिसने जीवन का परित्याग कियाअभिनन्दन है उस वीर कोरक्त से अपने विजय तिलक जिसने मातृभूमि …
सोचते हैं अक्सरकि कुसूर क्या है हमारायूँ क्यों होता है दर्द दिल मेंकहते हैं फलसफा ज़िन्दगी काआज जब कहा उनसेकि दिक्कते यूँ पेश आती हैंकह दिया उन्होंने भीवही शिकवा हमसेरुसवा ईन हो गए वोकि मोड़ लिया रुख हमसेसोचा न एक पल कोकी हम कहाँ जाएंगेछोड़ हमें चले वो राह अपनीना जाने कब आएँगेज़िन्दगी तुझसे क्या …
प्रखर प्रभद्ध ललाट पर रक्तिम तिलक की छाप हैयुद्ध को अग्रसर वीर अश्व पर सवार हैहाथ में लिए वो खडग, कृपाण, कटार है नेत्रों के उसकी मातृभूमि का सम्मान है मस्तक पर उसके रणविजय का प्रताप हैकालसर्प सी लहराती उसकी तलवार हैकटार पर उसकी विजय की धार हैबाजुओं में लिए विजय का प्रमाण है धरा …
वर्षा ऋतू में क्या कहेंजीवन में हुई हलचल हैकाली इन घटाओं को देखतुम्हारी घनी लटों का आभास हुआयूँ बूंदे जब गिरी वृक्षों परतुम्हारे आलिंगन का आभास हुआनाचते मयूर को देखये ह्रदय भी पागल हुआवृक्षों से गिर जब धरती में सिमटी बूँदेंमेरे अंतर्मन में तेरे ही नाम कि पुकार हुईपानी जब पहुँचा धरातल मेंसींचा हर जड़ …
Butterflies Butterflies, don’t wink on my eyes,the wink of my eyes send shivers down my spinethe shiver down my spine makes me go weak in my kneeswhen I go week in my knees, I tend to bend downwhen I bend down, I tend to sit on groundwhen I sit on ground, I love to pick …
No one knows Souls’ color it is like an evergreen flower but at times it turns dark for the words make a mark though the soul is too strong can’t be pierced even by a prong but the words do have an effect harsher they are harsher is impact when the soul is in pain …
When I first left home I went under the dome from there went to Rome to buy things of Chrome the world kept pulling me down I went on my knee to find the love of life wanted her to be my wife but then off she went though in front of her I bent …