भारतीय लोकतंत्र के अर्धसत्य पर एक प्रण

क्योंकि मैंने उच्च वर्ग के ब्राह्मण कुल में जन्म लिया है, इसलिए मुझे समस्त जीवन कट्टरवादिता का सामना करना है। मुझे अपने शिक्षण हेतु कठिन परिश्रम करना है; रोज़गार हेतु भी मुझे हर कठिन परिस्तिथि का सामना करना है; मेरे जीवन में मेरी आर्थिक स्तिथि का कोई मोल नहीं है, मैं कितना भी निर्धन हूँ, … Read more

भारतवर्ष का राष्ट्रीय गीत – वंदे मातरम

स्वतंत्रता दिवस के स्वागतोप्लाक्ष्य पर मैं भारतवर्ष के राष्ट्रीय गीत के हिन्दी रूपांतरण पर ये लेख लिख रहा हूँ| भारतवर्ष का राष्ट्रीय गीत “वंदे मातरम” श्री बंकिम चंद्र चटोपाध्याय ने संस्कृत में लिखा था एवं श्री अरबिंदो ने उसे अंग्रेजी में अनुवादित किया था| वंदे मातरम – संस्कृत रूप में सुजलाम सुफलाम, मलयज शीतलं शाश्यश्यामालम … Read more