गर हम दिन के पहलु में बैठें
या रात के आगोश में समां जाएं
शाम-इ-सनम हमें न मिल सकेगी
दीदार-इ-सनम न हो सकेगा
गर चाहत सनम कि है दिल में
शाम का पहलु ना छूट सकेगा
Words are Reflection of Soul
गर हम दिन के पहलु में बैठें
या रात के आगोश में समां जाएं
शाम-इ-सनम हमें न मिल सकेगी
दीदार-इ-सनम न हो सकेगा
गर चाहत सनम कि है दिल में
शाम का पहलु ना छूट सकेगा
Wah, kya baat hai…kya khoob likha hai