पथ्थर

टूटना तो आइने की किस्मत है
आपकी खूबसूरती कि ये एक खिदमत है
सोचता हूँ इस मोड पर आकर
क्यूँ ना आपसे ये सवाल करूँ
कि कहीं किसी मुकाम पर
क्या कभी किसी पथ्थर को तराशा है
यूँ देखिये कि शीशे की मूरत नहीं बनती
पथ्थर तराश इंसान इबादत करते हैं

2 thoughts on “पथ्थर”

  1. Is destined to break the mirror
    Your beauty is that it's a Akhidmat
    Come to think this mode
    Why do not you question it
    Whether a stage
    Has anyone ever Rock the Tarasho
    Look just like the mirror image does not work
    Rock carving person to worship

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