आशियाँ

तिनका तिनका जोड़ आशियाँ यूँ सजाना ना हो कोई रुसवा न रहे कोई कहीं तन्हा ख्वाबों को भी कुछ इस कदर सजानाकी आँखों की राह ना टूटे दिल का अफसाना  ऐ राहगुजर, राहगीर में ना ढूंढ हमसफ़रकि राह से यूँ  बेगार बेवजह ना गुजरजीना मरना तो इस कायनात का खेल हैइसे तू अपनी आह से … Read more

घरोंदा

रे मनवा न सुन तू इस जग कीबना घरोंदा बुन इन तिनको कोनहीं व्यर्थ होगा परिश्रम तेरा नहीं कोई इसमें समय का फेरा प्रेम न तू अपने स्वप्न से करकि स्वप्न तो आते हैं अंधियारे मेंरे  मनवा बना घरोंदा तू तिनकों सेऔर पा फल तू अपने परिश्रम से भटक न होकर निराश हार सेकि पथरीला … Read more

Land Grabbing or Acquisition – The Political Drama

Not too sure how to address the latest Drama being staged in the Greater Noida Area, where the farmer agitation against forced Land Grabbing oops Acquisition by the UP Govt is going on.  Well it was certainly a twist that the Young Leader from Congress gets into the scene from somewhere and sympathizes with the … Read more

बेपरवाह

यादें गर खामोश कर जाती तो न होता ये दिल बेचैनना होते रूबरू इस कदर गम-ऐ-जिंदगी सेशामों तन्हाई ना करती इस कदर गुफ्तगूंना  होती जिंदगी में गहरी ज़ुत्सजु वादे उनके यूँ बेसब्र ना कर जातेगर बातों में उनकी शान-ऐ-वफ़ा ना होतीबातें उनकी जो आती है याद तुम्हेंसाबित  कर जाती हैं ईमान उनका कुछ थे वो … Read more

मौसम-ऐ-जज़्बात

मौसम  तो है वही पुराना लौट आई पुरवाई भी ना जाने क्यूँ लगता है की हो तन्हाई और वो नहीं सोचने पर हम मजबूर हुए, पूछा हमने खुदा से भी समझ न सके ये दुरियाँ, यादों के साये में भी इन्तहा लगती ये आरज़ू-ऐ-इश्क की है कि आरज़ू की है ये जूत्सजू  ये दिल डूबा … Read more