आँखों की ये भाषा

शब्दों के मर्म को समझो यही किताबों की भाषाआँखों के भाव को समझो यही उनकी अभिलाषाजानना किसीको नहीं है इतना कठीनचेहरा उनका सब बोलता है आँखों के अधीन लिखता नहीं मैं यूँ ही ये पंक्तियाँइनमें ही में भाव व्यक्त करताशब्दों को जो तुम पढते, समझो उनके मर्म कोआँखों में जो तुम देखते, समझो उनके कर्म … Read more

आँखें

कि हया शर्म लाज लज्जा है तो इन आँखों मेंपर कहीं गहराई में छुपी है किसी कि खामोशीदुनिया को दिखती है सिर्फ इनकी मासूमियतकि छिपी है कहीं इनमें कोई सच्चाई है तो कुछ गहराई इन आँखों मेंकि दिल का दर्द इनमें सिमट आता है कुछ तो है इन आँखों मेंकि होठों कि मुस्कान तक दबा … Read more

काफिर

कौन कमबख्त कहता है तुझे काफिर गर बात मेरी करते हो ऐ जानिब तो जानो कि मैंने खुदाई को रुसवा किया है  अक्स पे मैंने खून-ऐ-रोशनाई से ज़िक्र किया है कि इबादत हम खुदा की क्या करें  जब खुदा ने ही ज़ख्म बेमिसाल दिया है कि आलम कुछ इस क़द्र है बेसब्र खुदा का ना … Read more

जिंदगी अक्स में गर गुजरती

गर अपने होंठो पर सजाना है तो खुदा कि इबादत को सजागर कुछ गुनगुनाना है तो जिंदगी के नगमें गुनगुनाकि ये सफर नहीं किसी सिफार कि कगार काजानिब ये है अक्स तेरी ही शक्शियत काजिंदगी का मानिब समझ ऐ राहगुज़रकि राह में थक कर मंजीलें नहीं मिलतीसमझ बस इतना लीजे ऐ खुदा के बंदेकि यादों … Read more

Valentines Day and the Concept of Love

Valentines day that is celebrated as a day when love and affection floats in air, somehow does not have any historic background to it.  The word Valentine is more so associated with the Martyrs.  The day is more or less named after the Christian Martyrs who attained martyrdom while preaching Christianity. Saint Valentine who is … Read more